पेश है एन्द्रिनी रिच की एक महत्वपूर्ण कविता का अंग्रेज़ी से अनुवाद...शक्ति
पृथ्वी पर जीवित होना इतिहास में संचित होना है
आज एक विशाल यन्त्र ने धरती के पार्श्व को
टुकड़ा-टुकड़ा खोल दिया है
गहरे पीले रंग की एक शीशी पिछले सौ वर्षों से उपचार
कर रही है ज्वर या खिन्नता का, एक औषधि है
इस मौसम की सर्दियों में यहाँ मौजूद प्राणियों के लिए.
आज मैं मेरी क्यूरी के बारे में पढ़ रही थी:
वह जरूर जानती रही होगी कि वह किरणों के
विकिरण से अस्वस्थ हो गयी है
सालों उसकी देह ने इस तत्व की बम वर्षा को झेला था
उसने स्वच्छ कर दिया था
ऐसा जान पड़ता है उसने अंत को नकार दिया था
उसकी आँखों में हुए मोतियाबिंद के स्त्रोत को
उँगलियों के कोरो की चटकन और मवाद को
यहाँ तक कि वह टेस्ट ट्यूब या पेन्सिल पकड़ने
में भी असमर्थ हो गयी
वह मर गयी, एक ख्यातिलब्ध स्त्री नकारती रही
अपने घावों को
नकारती रही
अपने घावों को जिनका उदगम वहीं से हुआ था जहाँ से उसकी
अजस्त्र शक्ति का.
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